आरसीएफ एम्पलाइज यूनियन का सफल जन जागरण अभियान समाप्त, कर्मचारी बड़े आंदोलन के लिए लामबंद

01 मई को मई दिवस के शहीदों को याद करने के लिए एकत्रित हो कर्मचारी: सर्वजीत सिंह

बढ़े हुए कोच उत्पादन को पूरा करने के लिए जल्द नई भर्ती करें प्रशासन: भरत राज

ट्रिब्यून  टाइम्स  न्यूज

कपूरथला, 29 अप्रैल 2025:

आरसीएफ एम्पलाइज यूनियन द्वारा पिछले आठ दिनों से चलाया जा रहा जन जागरण अभियान आज फर्निशिंग शॉप में सीट एंड बर्थ सेक्शन के पास एक विशाल सभा के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस अभियान के अंतिम दिन सैकड़ों कर्मचारियों ने एकजुट होकर प्रशासन की कथित कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। यूनियन के नेताओं ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह जन जागरण अभियान यहीं समाप्त नहीं होगा, बल्कि आने वाले दिनों में एक बड़े आंदोलन की तैयारी है, जिसके लिए कर्मचारी पूरी तरह से लामबंद हैं।अभियान के समापन सत्र को संबोधित करते हुए, यूनियन के संगठन सचिव भरत राज ने प्रशासन की उदासीनता पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आरसीएफ में ग्रुप सी एवं डी के 1547 रिक्त पदों को भरने में प्रशासन जानबूझकर देरी कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भर्ती प्रक्रिया के नाम पर केवल दिखावा किया जा रहा है, जिसमें कुछेक कर्मचारियों के इंडेंट्स भेजे जा रहे हैं और उनमें भी रेलवे बोर्ड द्वारा भारी कटौती करके नाममात्र के कर्मचारी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यह रवैया स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि प्रशासन कर्मचारियों की जरूरतों के प्रति कितना असंवेदनशील है। वर्ष 2025-26 में 3000 कोच उत्पादन का टारगेट का सपना पूरा करना है तो जल्द से जल्द नई भर्ती करें प्रशासन।भरत राज ने फर्निशिंग विभाग की दयनीय स्थिति का भी उल्लेख किया, जहाँ कचरे के ढेर और निष्क्रिय सामग्री के अंबार लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर इतनी अधिक गंदगी और अवरोध है कि कर्मचारियों को आवश्यक सामग्री को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना भी मुश्किल हो गया है, जिससे उत्पादन प्रक्रिया बुरी तरह प्रभावित हो रही है। उन्होंने कोच प्रोडक्शन की दोषपूर्ण प्लानिंग पर भी सवाल उठाया, जिसके कारण फ्लोरिंग विभाग के कुशल कर्मचारियों को फिनिशिंग शॉप में भेज कर कार्य करवाए जा रहे हैं, जिससे न केवल कार्य की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है बल्कि कर्मचारियों पर अनावश्यक दबाव भी बढ़ रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह केवल फर्निशिंग विभाग की समस्या नहीं है, बल्कि अन्य सभी सेक्शनों में भी कर्मचारियों का बुरा हाल है और वे मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रहे हैं।उन्होंने प्रशासन की लापरवाही की पराकाष्ठा बताते हुए कहा कि जो प्रबंधन अपने कर्मचारियों को बुनियादी सुरक्षा उपकरण जैसे सेफ्टी हैंड ग्लव्स, ड्रिल मशीन और ड्रिल बिट जैसी आवश्यक चीजें भी उपलब्ध नहीं करवा सकता, उनसे कर्मचारियों के कल्याण और बेहतर कार्य की उम्मीद करना व्यर्थ है।आरसीएफ एम्पलाइज यूनियन के महासचिव सर्वजीत सिंह ने अपने संबोधन में कर्मचारियों को 1 मई को मजदूर दिवस के महत्व के बारे में बताते हुए वर्कशॉप गेट पर होने वाले झंडा फहराने के कार्यक्रम में भारी संख्या में शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मजदूर दिवस और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि मुख्य वक्ता के रूप में AICCTU के जिला अध्यक्ष, कॉमरेड कवलजीत सिंह, विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। कॉमरेड कवलजीत सिंह देश और दुनिया के मजदूरों की वर्तमान स्थिति, उनके सामने आने वाली चुनौतियों और ऐतिहासिक मई दिवस के महत्व पर अपने विचार रखेंगे, जिससे कर्मचारियों को प्रेरणा और मार्गदर्शन मिलेगा।महासचिव सर्वजीत सिंह ने जन जागरण अभियान के दौरान उठाए गए अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों को भी विस्तार से रखा। उन्होंने ठेका प्रथा के बढ़ते जाल पर गहरी चिंता व्यक्त की और आरोप लगाया कि प्रशासन स्थायी कर्मचारियों की भर्ती करने के बजाय बड़े पैमाने पर ठेका कर्मचारियों को नियुक्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह न केवल नियमित कर्मचारियों के अधिकारों का हनन है बल्कि ठेका कर्मचारियों के शोषण को भी बढ़ावा देता है, जिन्हें कम वेतन और खराब कार्य परिस्थितियों में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है। उन्होंने कर्मचारियों के आवास की गंभीर समस्या पर भी प्रकाश डाला और कहा कि वर्षों से कर्मचारी उचित आवास की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है, जिससे कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यूनियन नेताओं ने स्पष्ट शब्दों में प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि कर्मचारियों की इन न्यायोचित मांगों पर तत्काल और संतोषजनक कार्रवाई नहीं की जाती है, तो आरसीएफ एम्पलाइज यूनियन एक बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होगी। उन्होंने कहा कि यह जन जागरण अभियान तो केवल एक शुरुआत है और कर्मचारी अपने अधिकारों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने सभी कर्मचारियों से एकजुट रहने और आने वाले आंदोलन के लिए कमर कस लेने का आह्वान किया, ताकि प्रशासन को उनकी मांगों को सुनने और उन पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया जा सके।आज के जन जागरण अभियान में यूनियन के अतिरिक्त संजीव अमरीक सिंह, संयुक्त सचिव जसपाल सिंह, सहायक सचिव नरेंद्र कुमार, जागतार सिंह, प्रेस सचिव त्रिलोचन सिंह, सहायक सचिव जगतार सिंह, उपाध्यक्ष तलविंदर सिंह, कार्यकारी सदस्य बलजिंदर पाल, अवतार सिंह, नवदीप कुमार, बलराम, राजिंदर कुमार, हरजीन्दर हैरी, पंकज कुमार, गुरप्रीत सिंह, जगजीत सिंह, जगदीप सिंह, अनिल कुमार, अश्विनी कुमार, हरप्रीत सिंह, शिवराज मीणा इत्यादि सहित सैकड़ो आरसीएफ कर्मचारी शामिल थे।

Leave a Comment