



किसानों से घबराई भगवंत मान सरकार करने लगी किसान नेताओं को गिरफ्तार
ट्रिब्यून टाइम्स न्यूज
कपूरथला
यूथ अकाली के जिला अध्यक्ष तनवीर फ्याली ने एक प्रेस बयान के माध्यम से जहां पंजाब में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं की पंजाब सरकार की पुलिस द्वारा की जा रही गिरफ्तारीओ की कड़ी निंदा की है,वहीं इस कार्रवाई को पंजाब सरकार की बोखलाहट बताया है।उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने भाजपा की नीति अपनाकर यह सबूत दे दिया है कि वह भाजपा की बी टीम है।उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक किसान नेताओं को पुलिस गिरफ्तार कर रही है और किसान नेताओं के घरों पर पुलिस छापेमारी कर रही है।उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने किसानों के साथ टकराव का रास्ता चुना है,जो पंजाब सरकार के लिए गतिरोध का रास्ता है।फ्याली ने कहा कि जनविरोधी और किसान विरोधी नीतियों अपनाने वाली आम आदमी पार्टी की कॉरपोरेट और पूंजीवाद समर्थक सरकार को जहाँ पंजाब की जनता को राज्य की सत्ता सौंपकर ठगा हुआ महसूस कर रही है वहीँ आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े बुद्धिमान और रचनात्मक सोच वाले कार्यकर्ता और नेता पंजाब सरकार के मंत्रियों और विधायकों की रोजमर्रा की गतिविधियों से दुखी और शर्मिंदा हो रहे हैं।उन्होंने कहा कि हर मोर्चे पर विफल हो चुकी पंजाब सरकार को सत्ता से हटाने के लिए राज्य की जनता जल्दी में है।फ्याली ने कहा कि एसकेएम की ओर से 5 मार्च को चंडीगढ़ में मोर्चे की घोषणा की गई थी।लेकिन उससे पहले 3 मार्च को मुख्यमंत्री ने किसान भवन में किसान नेताओं के साथ बैठक के दौरान मांगों को मानने के बजाय तल्खी में आ गए और बैठक छोड़कर चले गए और किसानों को सड़क जाम करने के नाम पर पोस्ट डाल बदनाम कर रहे है।लेकिन किसानों द्वारा सड़क जाम करने का कोई आह्वान नहीं किया गया था। सुबह-सुबह पंजाब सरकार ने बोखलाहट में आकर धरने को रोकने के लिए किसान नेताओं के घरों पर छापेमारी कर विभिन्न संगठनों के नेताओं को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें जेलों में डालने की योजना है।अकाली दल इसकी कड़ी निंदा करता है। लोकतंत्र में लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात कहने का अधिकार है।जो आम आदमी पार्टी जबरदस्ती यह अधिकार छीन रही है।जिन मांगों को लेकर धरना दिया जा रहा है वह सभी किसानों की मांग है।हमारी मांग है कि गिरफ्तार किसानों को तुरंत रिहा किया जाए और किसानों को चंडीगढ़ में धरना देने की जगह दी जाए और मांगों का समाधान किया जाए।