आंदोलनरत शिक्षकों पर किसी तरह की जबरदस्ती बर्दाश्त नहीं की जायेगी- गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन

 

पंजाब में शिक्षा क्रांति लाने के नाम पर पंजाब सरकार लंबे समय से शिक्षा विभाग में नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे शिक्षकों के साथ जबरदस्ती की हदें पार कर रही है। गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन पंजाब जिला इकाई होशियारपुर के अध्यक्ष अमनदीप शर्मा और जिला महासचिव जसवीर तलवाड़ा ने संगरूर में पिछले 13 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे कंप्यूटर शिक्षकों के नेता जोनी सिंगला पर पुलिस द्वारा दबाव बनाकर गिरफ्तार करने के लिए दबाव बनाया। साथी शिक्षकों और उनके फोन जब्त करने की कड़े शब्दों में निंदा की है। नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार कर्मचारियों के हर आंदोलन को लाठी गोली से दबाना चाहती है। इस मौके पर उन्होंने मांग की कि लंबे समय से शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे कंप्यूटर शिक्षकों को सभी भत्तों के साथ शिक्षा विभाग में संविलियन किया जाए।उन्होंने कहा कि आंदोलनरत शिक्षकों पर किसी तरह की जबरदस्ती बर्दाश्त नहीं की जायेगी। सरकारी अध्यापक यूनियन पंजाब कंप्यूटर अध्यापकों की जायज मांगों की लड़ाई में बढ़चढक़र हिस्सा लेगी। नेताओं ने कहा कि शिक्षा क्रांति के नाम पर बनी पंजाब सरकार ने केवल आंकड़ों में आगे दिखने और राजनीतिक लाभ के लिए शिक्षा की बलि चढ़ाने के लिए शिक्षा को पूरी तरह चौपट कर दिया है। इस समय अध्यापक नेता सुनील कुमार, प्रितपाल सिंह चौटाला, लेक्चरर अमर सिंह, लेक्चरर उपिंदर सिंह, विकास शर्मा, संजीव धूत, प्रिंस गढ़दीवाला, रजत महाजन, लेक्चरर हरविंदर सिंह, शाम सुंदर कपूर, कमलदीप सिंह, अनुपम रतन, हेडमास्टर संदीप बड़ेसरों, हेडमास्टर नसीब सिंह, अशोक कुमार, नरेश कुमार मिढ़ा, चमन लाल, अमरजीत सिंह, पारस राम, बलविंदर सिंह, राजेश अरोड़ा, उमेस कुमार, सरबजीत सिंह, नरिंदर मंगल, सरबजीत सिंह, सचिन कुमार, जसविंदर पाल, राज कुमार आदि उपस्थित थे।

 

Leave a Comment