अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव – सात अहम राज्यों में से पेंसिल्वेनिया सबसे महत्वपूर्ण राज्य बनकर उभरा है, जिसके पास 19 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हैं।जनसंख्या के आधार पर राज्यों को इलेक्टोरल कॉलेज के वोट दिए जाते हैं। कुल 538 इलेक्टोरल कॉलेज वोट के लिए मतदान होता है। 270 या उससे अधिक इलेक्टोरल वोट पाने वाले उम्मीदवार को चुनाव में विजेता घोषित किया जाता है। अमेरिका में 50 राज्य हैं और उनमें से अधिकतर राज्य हर चुनाव में एक ही पार्टी को वोट देते रहे हैं, सिवाय ‘स्विंग’ राज्यों के।अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप बहुमत का आंकड़ा पार कर चुके हैं। WION की रिपोर्ट के अनुसार, ताजा रुझान डोनाल्ड ट्रंप को 308 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिलता दिखा रहे हैं। वहीं, कमला हैरिस अभी 150 भी नहीं पार कर पाई हैं। हैरिस को 139 वोट मिलते दिखाई दे रहे हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के लिए उम्मीदवार को कम से कम 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हासिल करना जरूरी है।सीएनएन ने कोलोराडो में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की जीत का अनुमान लगाया है। कोलोराडो में जीत के बाद डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के हिस्से में 10 इलेक्टोरल वोटों का इजाफा होगा। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने के लिए किसी भी उम्मीदवार को कम से कम 270 इलेक्टोरल वोटों की जरूरत होती है। 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में यहां से जो बाइडन ने जीत हासिल की थी। बाइडन राष्ट्रपति पद की रेस में भी जीते थे।अमेरिकी चुनाव में महत्वपूर्ण स्विंग राज्य पेंसिल्वेनिया में आधे से ज्यादा वोटों की गिनती हो चुकी है। डोनाल्ड ट्रंप अभी तक की गिनती में बढ़त बनाए हुए हैं, जबकि कमला हैरिस उनसे थोड़ा पीछे हैं। कुल 19 इलेक्टोरल वोट के साथ पेंसिल्वेनिया स्विंग स्टेट में सबसे बड़ा है। डोनाल्ड ट्रंप ने 2016 में यहां पर 0.72% के मामूली अंतर से जीत हासिल की थी और वॉइट हाउस पहुंचे थे। चाल साल बाद 2020 में जो बाइडन ने 1.17% के अंतर से यहां कब्जा जमाया, जिसने राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंचने में अहम भूमिका अदा की।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ओहायो में भी जीत हासिल करने जा रहे हैं। सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में ये अनुमान लगाया है। ओहायो में जीत के बाद रिपब्लिकन उम्मीदवार के खाते में 17 इलेक्टोरल वोट जुड़ जाएगा। अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के लिए किसी उम्मीदवार को 270 वोटों की जरूरत होती है।कभी स्विंग स्टेट रहा ओहायो अब पूरी तरह से रिपब्लिकन के कब्जे में है। ट्रंप ने 2016 और 2020 में भी ओहायो में जीत हासिल की थी। 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप अब तक 205 वोटों अपने कब्जे में कर चुके हैं। वहीं, कमला हैरिस के पास अब तक 117 इलेक्टोरल वोट हैं।अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप 200 इलेक्टोरल कॉलेज वोट की संख्या पार कर चुके हैं। फॉक्स न्यूज के अनुमान के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप को 205 इलेक्टोरल कॉलेज वोटों पर निर्णायक बढ़त है। वहीं, डेमोक्रेटिक कमला हैरिस 117 वोटों पर कब्जा बना चुकी हैं। अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के लिए 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट की जरूरत होती है। न्यूयॉर्क टाइम्स के प्रोजेक्शन में ट्रंप को 198 और हैरिस को 117 इलेक्टोरल वोट मिलते दिखाए गए हैं।सीबीएस न्यूज ने अनुमान लगाया है कि रिपब्लिकन टिम शीही मोंटाना से सीनेटर बनने जा रहे हैं। वे डेमोक्रेटिक सीनेटर जॉन टेस्टर पर निर्णायक बढ़त हासिल कर चुके हैं। यह रिपब्लिकन के लिए रात में दूसरी बूस्टर डोज है। अगर रिपब्लिकन कोई सीट नहीं खोते हैं तो यह जीत उन्हें सीनेट में बहुमत दिलाएगी। इससे पहले रिपब्लिकन जिम जस्टिस ने वेस्ट वर्जीनिया में सीनेटर पद की रेस में जीत हासिल की थी। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के साथ ही सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की सीटों पर भी चुनाव हो रहे हैं।पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को वेस्ट वर्जीनिया में लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की। इस जीत से उनके खाते में चार इलेक्टोरल वोट जुड़ गए हैं। हालांकि 2020 की जनगणना के बाद राज्य में अब एक इलेक्टोरल वोट कम हो गया है। वेस्ट वर्जीनिया उन दो राज्यों में से एक है, जहां ट्रम्प ने 2016 और 2020 के चुनावों के दौरान सभी काउंटियों में जीत हासिल की थी। अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के लिए 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट चाहिए होते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, वर्तमान में डोनाल्ड ट्रंप के खाते में 198 इलेक्टोरल वोट या तो आ चुके हैं या बढ़त बनाए हुए हैं। वहीं, कमला हैरिस के पास केवल 99 इलेक्टोरल वोट अभी तक हैं।