कोलकाता: बांग्लादेश में संकट के बादल अभी छंटे नहीं हैं। अभी तक कई जगह हिंसा की घटनाएं देखने को मिल रही हैं। इसके चलते कुछ बांग्लादेशी लोग अब बिना या फर्जी दस्तावेजों के भारत आने की कोशिश कर रहे हैं। एजेंसी के अनुसार, ऐसा ही एक मामला पश्चिम बंगाल में देखने को मिला है। संकट के बीच सीमा शुल्क विभाग और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों को पश्चिम बंगाल में भारत–बांग्लादेश सीमा के जरिए फर्जी भारतीय पहचान दस्तावेजों का उपयोग करके अवैध आव्रजन के प्रयासों की संभावनाओं के बारे में सतर्क किया गया है।विभाग को पहले से ही कुछ बांग्लादेशी निवासियों के नाम उपलब्ध कराए गए हैं जो इस तरह के अवैध आव्रजन के प्रयास कर सकते हैं, जिनकी एक सूची राज्य में विभिन्न सीमा चौकियों पर तैनात बीएसएफ बटालियनों के साथ भी साझा की गई है।सूत्रों ने कहा कि अलर्ट तब जारी किया गया था जब एक बांग्लादेशी दंपति को उनके बच्चे के साथ मंगलवार शाम को अवैध रूप से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने का प्रयास करते हुए पकड़ा गया था और दोनों के पास फर्जी आधार और पैन कार्ड थे।पूछताछ के दौरान, उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने इस तरह के फर्जी भारतीय पहचान दस्तावेज तैयार करने के लिए भारी मात्रा में पैसा खर्च किया ताकि उनके बच्चे का इलाज भारतीय अस्पतालों में हो सके। बांग्लादेश के रंगपुर के रहने वाले दो व्यक्ति इनामुल हक सोहेल और संजीदा जीनत इलाही से पूछताछ की गई। उनसे कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए गए, जिसके बाद उन्हें बांग्लादेश वापस भेज दिया गया।