संयुक्त राष्ट्र में भारत को बड़ी सफलता मिली है। इंटरनेशनल नॉरकोटिस कंट्रोल बोर्ड के चुनाव में भारत की जगजीत पवाडिया ने जीत हासिल की है। उन्हें यूनाइटेड नेशन इकोनॉमिक एंड सोशल काउंसिल द्वारा आयोजित चुनाव में सबसे अधिक वोट प्राप्त हुए हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि भारत को इकोनॉमिक एंड सोशल काउंसिल के कुल 53 सदस्यों में से 41 वोट मिले हैं। जो सभी विजेता सदस्यों में सबसे अधिक हैं। दूसरे स्थान पर रहे उम्मीदवार को केवल 30 वोट मिले हैं। बता दें कि जगजीत पवाडिया ने 2019 में भी जीत हासिल की थी। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी चीन के हाउ वेई को हराकर रिकॉर्ड वोटों से जीत हासिल की थी। इस बार भी उनकी जीत से चीन को कड़ा झटका लगा है। हालांकि जगजीत पवाडिया की ये जीत इसलिए भी बड़ी मानी जा रही है क्योंकि वो साल 2015 से ही नॉरकोटिस कंट्रोल बोर्ड की सदस्य हैं। भारत को 2025 से 2029 तक की अवधि के लिए ‘कमीशन ऑन स्टेटस ऑफ विमेन’ (महिलाओं की स्थिति पर आयोग) के लिए भी चुना गया। 2025-2027 की अवधि के लिए संयुक्त राष्ट्र बाल कोष के कार्यकारी बोर्ड, 2025-2027 के लिए परियोजना सेवाओं के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम एवं संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के कार्यकारी बोर्ड में भी भारत को चुना गया है। इसके अलावा भारत को 2025 से 2027 तक के कार्यकाल के लिए लैंगिक समानता एवं महिला सशक्तीकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र इकाई के कार्यकारी बोर्ड और 2025-2027 कार्यकाल के लिए विश्व खाद्य कार्यक्रम के कार्यकारी बोर्ड के लिए भी चुना गया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स एक पोस्ट में कहा कि भारत की उम्मीदवार जगजीत पवाडिया को न्यूयॉर्क में हुए चुनावों में 2025 से 2030 की अवधि के लिए अंतरराष्ट्रीय स्वापक नियंत्रण बोर्ड के लिए फिर से चुना गया। उन्होंने कहा कि भारत ने बोर्ड के सभी निर्वाचित सदस्य देशों के बीच सबसे अधिक वोट हासिल किए। विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन और विदेश मंत्रालय की टीम की सराहना की और कहा कि उन्होंने अच्छा काम किया।