8 जून को गौ-क्रूरता,हत्या,तस्करी रोकने के लिए आंदोलन-में शामिल होंगे शिव सैनिक कश्यप/सोनू/डेंग

 

गौ तस्करों से लाल डायरी मिली है और हमारे अनुसार करीब 2500 गौ तस्कर गौ तस्करी में शामिल हैं-शिवसेना शिंदे

 

 

 

ट्रिब्यून  टाइम्स  न्यूज

कपूरथला, 6 जून     :

 

गोरक्षा आंदोलन एक ऐसा आंदोलन था,जिसमें ब्रिटिश भारत में गायों के वध को समाप्त करने की मांग की गई थी। आर्य समाज और इसके संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती के सहयोग से इस आंदोलन को काफी समर्थन मिला। स्वामी दयानंद और उनके अनुयायियों ने पूरे भारत का भ्रमण किया, जिसके परिणामस्वरूप 1882 में भारत के विभिन्न हिस्सों में गोरक्षा समितियों की स्थापना हुई। 1893 में इस आंदोलन के चरम पर और एक ब्रिटिश मजिस्ट्रेट के आदेश के तुरंत बाद, आजमगढ़ जिले में हिंसा भड़क उठी, जिसके अगले महीने उत्तर भारत में दंगे हुए। इस आंदोलन का कई मुसलमानों ने विरोध किया, जिन्होंने इस अत्याचार को हिंदुत्व के एजेंडे के रूप में देखा। आज की दुनिया में भी गोरक्षा के लिए ऐसे ही आंदोलन की जरूरत है। ये विचार शिवसेना बालासाहेब ठाकरे शिंदे ग्रुप के जिला अध्यक्ष मुकेश कश्यप, वरिष्ठ जिला मीत सभासद ने व्यक्त किए।

अध्यक्ष राजू डांग ने शुक्रवार को प्रेस बयान जारी किया। नेताओं ने कहा कि यह खुशी की बात है कि गौ सुरक्षा सेवा दल पंजाब ने राज्य में गौ अत्याचार, गौ तस्करी और हत्या करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए आंदोलन शुरू किया है। मुकेश कश्यप ने कहा कि पिछले गौ सुरक्षा सेवा दल पंजाब के अध्यक्ष संदीप कुमार वर्मा को गौ तस्करों से एक लाल डायरी मिली थी और उनके अनुसार उनके पास पुलिस कर्मचारियों और राजनेताओं सहित लगभग 2500 गौ तस्करों के नाम और मोबाइल नंबर हैं। उनके नाम गौ तस्करी से जुड़े हो सकते हैं, लेकिन निष्पक्ष जांच के बाद, पार्टी ने उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करने के लिए एक आंदोलन शुरू किया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में पार्टी की पंजाब बॉडी की एक बैठक रामपुरा फूल में हुई थी, जिसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया था कि यह लाल डायरी पंजाब के मुख्यमंत्री या डीजीपी पंजाब को भेजी जानी चाहिए। बैठक में प्रेस और प्रशासन के अधिकारी शामिल थे, लेकिन सरकार और प्रशासन ने गौ सुरक्षा सेवा दल के किसी भी पदाधिकारी के साथ समन्वय नहीं किया। जिसके चलते 8 जून को ब्राह्मण सभा रामपुरा फूल में देश की धार्मिक संस्थाओं व संतों के सहयोग से एक विशाल समागम का आयोजन किया गया है। जिसमें बड़ी संख्या में धार्मिक संस्थाएं व गौ भक्त भाग लेंगे और प्रेस के माध्यम से गौ तस्करी करने वाले लोगों के नाम सार्वजनिक किए जाएंगे। हमें विश्वसनीय सूत्रों से यह भी पता चला है कि गौ तस्कर डायरी के संबंध में गौ सुरक्षा सेवा दल के कार्यकर्ताओं को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर गौ सुरक्षा सेवा दल के किसी भी गौ भक्त को नुकसान पहुंचता है तो इसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।मुकेश कश्यप ने देश के गौ भक्तों से अपील करते हुए यह भी कहा कि अगर इस आंदोलन से जुड़कर सरकार व प्रशासन जागा तो गौ तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।

 

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