खेलों में समाप्त हो राजनीतिक हस्ताक्षेप-राकेश केशा

 

ट्रिब्यून  टाइम्स  न्यूज

, कपूरथला, 30 दिसम्बर

खेलों में राजनीतिक हस्तक्षेप को खत्म किया जाना चाहिए।अधिकतर खेल संघों पर राजनेताओं का कब्जा है।जिसने कभी अपने जीवन में जिलास्तर की खेलों में भाग नहीं लिया। वह खेल संघों के अध्यक्ष बनकर कुर्सी पर बैठे हैं।किसी नेशनल और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में देश का नाम चमकाने वाले खिलाड़ी को खेल संघ के अध्यक्ष और खेल विभाग में ऊंचे पदों पर बैठाना चाहिए।यह विचार सोमवार को कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता राकेश केशा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही केशा ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए-नए संस्थानों को खोलने और नई स्कीमों की घोषणाओं की बजाय गुणवत्ता पर ध्यान देने की जरूरत है।प्रदेश भर में हर क्षेत्र में रोजगार का सृजन हो।श्रम कानूनों को खत्म करने के बजाय उसमें सुधार होने चाहिए।सरकारी क्षेत्र में दी जाने वाली नौकरियों में आउटसोर्स और ठेकेदारी प्रथा को बिल्कुल खत्म किया जाना चाहिए।इससे केवल युवाओं का शोषण हो रहा है।वहीं,प्राकृतिक स्रोतों का सही इस्तेमाल होना चाहिए।निजी कंपनियों को हिमाचल के प्राकृतिक स्रोतों और वन संपदाओं का दोहन करने से रोकने के लिए ठोस नीति बनाने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा देश में खेल संघों का संचालन अनुभवशील प्रशिक्षकों और खिलाड़ियों द्वारा किया जाना चाहिए।इसके साथ ही,लोढ़ा समिति के सुझावों को शीघ्रता से लागू कर खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया जाए और योग्य खिलाड़ियों को अधिक अवसर प्रदान किए जाएं,ताकि देश में खेलों में शुचिता आ सके।उन्होंने कहा  कई बार देखा गया है कि खेल और राजनीति एक-दूसरे के साथी नजर आते हैं।इसका एक प्रमुख कारण खेल संघों की लापरवाही भी है।अगर खेल संघों का संचालन सही होगा तो राजनीतिक मुद्दे नहीं बनेंगे।राकेश केशा ने कहा राजनीतिक दखलंदाजी को तभी रोका जा सकता है जब प्रबंधन में पूर्व खिलाड़ियों और खेल विशेषज्ञों को ही शामिल किया जाए।साथ ही प्रबंधन के चयन की प्रक्रिया को राजनीति से स्वतंत्र बनाया जाए,ताकि व्यवस्था में पारदर्शिता हो।उन्होंने कहा राजनीति नेता अपने वर्चस्व को बनाए रखने के लिए खेलों में दखलंदाजी करते हैं, जिससे प्रतिभाशाली खिलाड़ी वंचित रहते हैं।बेहतर होगा कि खेलों में गैर-राजनीतिक सदस्य हों और खेल गतिविधियों से जुड़ी हस्तियाँ ही संचालन और प्रशिक्षण का दायित्व निभाएं।इसके लिए सरकार को नियम बनाना चाहिए।उन्होंने कहा खेलों में राजनीतिक दखलंदाजी को रोकने के लिए विद्यालय स्तर से ही खिलाड़ियों के लिए एक यूनिक आईडी बनानी होगी। साथ ही,विभिन्न स्तरों पर खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिएसर्टिफिकेट के आधार पर अंक निर्धारण करना चाहिए।इसके अलावा, खेल अभिकरणों में राजनीतिक नियुक्तियाँ बंद कर दी जानी चाहिए।

 

 

 

Leave a Comment