राम मंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महंत अवेद्यनाथ व अशोक सिंघल को मिले भारत रत्न-पंडित / तलवाड़

ट्रिब्यून  टाइम्स  न्यूज

कपूरथला 5 जनवरी :  विश्व हिंदू परिषद जालंधर विभाग के अध्यक्ष नरेश पंडित व जिला उपाध्क्षय जोगिंदर तलवाड़ ने केंद्र सरकार से मांग की है कि जिन संत और महंतों ने राम मंदिर आंदोलन की अगुवाई की,जिन कारसेवकों ने इस आंदोलन को धार दी,उन्हे भारत रत्न” दिया जाना चाहिए। वह शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।उन्होंने कहा कि निहथे कार सेवको पर गोली चलवाने वाले मुलायम को पुरस्कार से नवाजा गया और गोली खाने वाले कारसेवकों की अगुवाई करने वाले,ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ व अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि आन्दोलन के महानायक और विश्व हिन्दू परिषद(विहिप)के अन्तररष्ट्रीय अध्यक्ष रहे स्वर्गीय अशोक सिंघल को देश का सर्वोच्च सम्मान सहित कई नेतृत्वकर्ताओं के लिए कोई पुरस्कार नहीं दिया गया।नरेश पंडित ने कहा कि ऐसी हस्तियों को भारत रत्न मिलना चाहिए।उन्होंने प्रेसवार्ता के माध्यम से कहा कि वह सरकार से यह मांग करते हैं कि ऐसे लोगों को भारत रत्न से सुसज्जित किया जाए।उन्होंने कहा कि जिस तरह से राम मंदिर बन रहा है, काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर बना है उसी तरह से काशी और मथुरा को सजाने की कवायद शुरू की जाए।उन्होंने कहा कि जब कोई राम मंदिर आंदोलन की अगुआई नहीं करने को तैयार था तब ब्रह्मलीन मंहत अवेद्यनाथ ने धर्म संसद में कहा था कि हम करेंगे औऱ किया भी।उन्होंने कहा कि जब हिंदुओं पर गोली चलाने वाले मुलायम सिंह यादव को पद्म पुरस्कार दिया गया है,तो गोली खाने वाले और नेतृत्व करने वाले को भी भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।नरेश पंडित ने कहा कि जिस तरह देश की आजादी में योगदान के लिए महात्मा गांधी को राष्ट्र पिता की उपाधि दी गई है उसी तरह से हिन्दू हृदय सम्राट और श्री राम मंदिर आन्दोलन के महानायक रहे स्वर्गीय अशोक सिंघल को भी भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।नरेश पंडित ने बताया कि जल्द ही विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,गृह मंत्री अमित शाह और उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक मांग पत्र लिखेंगे।नरेश पंडित ने स्वर्गीय अशोक सिंघल को सद्गृहस्थ संत बताते हुए कहा है कि उन्होंने राम मंदिर आन्दोलन के जरिए न केवल देश भर के साधु संतों को एक जुट किया बल्कि सनातनियों में राष्ट्र के प्रति चेतना भी जगायी।जिसके परिणामस्वरुप ही राम मंदिर आन्दोलन जन आन्दोलन बना और अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनने का उनका सपना भी साकार होने जा रहा है।उन्होंने कहा है कि श्री सिंघल सभी साधु संतों का सम्मान करते थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन भगवान राम के लिए समर्पित कर दिया, इसलिए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किए जाना चाहिए।

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