-बोले,जो आज खुद को योद्धा समझते हैं,वो तो वहां से डरकर भाग गए थे,राजिंदर बिल्ला
ट्रिब्यून टाइम्स न्यूज
कपूरथला 4 जनवरी : प्रधानमंत्री मोदी का अयोध्या दौरा और 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बीच शिवसेना उद्धव बाला साहिब ठाकरे के प्रदेश प्रवक्ता ओमकार कालिया व सीनियर प्रदेश उपप्रधान राजिंदर बिल्ला ने कहा शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ना देकर राम मंदिर निर्माण का सियासीकरण करने का काम किया है।कालिया ने कहा कि अयोध्या के श्री राम मंदिर उद्घाटन का राजनीतिकरण हो रहा है।यह राष्ट्रीय कार्यक्रम न होकर बीजेपी का कार्यक्रम बन गया है।कालिया ने भाजपा पर लोगों को धर्म के नाम पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने पहले राम मंदिर के नाम पर कई वर्ष तक देश की जनता को भ्रमित किया,और अब लोक सभा चुनाव के लिए पूरे देश की जनता को मोदी और श्री राम मंदिर के नाम पर गुमराह कर रही है।कालिया ने कहा कि देश भर के हजारों प्रतिष्ठित नागरिकों को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किया गया है, लेकिन दिवंगत शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के परिवार को आमंत्रित नहीं किया गया है।जबकि,इतहास गवाह है कि बाबरी मस्जिद को गिरने के बाद जब हिंदुत्ववादी नेताओं और कार्यकर्ताओं की धरपकड़ हो रही थी,उस वक्त बाबरी मस्जिद गिराने के लिए शिवसैनिकों को जिम्मेदार ठहराया गया था।तब बालासाहेब ठाकरे ने कहा था,अगर बाबरी ढांचा मेरे शिवसैनिकों ने गिराया है,तो मुझे उन पर गर्व है।रामजन्म भूमि मुक्ति आंदोलन के लंबे संघर्ष के बाद अब जब अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हो रहा है,तो बालासाहेब ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आमंत्रित नहीं किया जाना राजनितिक रंजिश को दर्शाता है।राम मंदिर आंदोलन के दौरान जेल काट चुके राजिंदर बिल्ला ने कहा कि राम मंदिर हमारी आस्था का विषय है।आज जो राम मंदिर के उद्घाटन को इवेंट बना रहे हैं,वे उस दौरान भाग गए थे।बिल्ला ने कहा जो लोग आज पूछ रहे हैं कि राम मंदिर के लिए शिवसेना का क्या योगदान है,उन्हें याद होना चाहिए कि आंदोलन के समय बाबरी शिव सैनिकों के सामने टूटी थी।जो आज खुद को योद्धा समझते हैं,वो तो वहां से डरकर भाग गए थे,वहां शिवसेना के लोग डटे थे।ये भगोड़े हमसे क्या पूछेंगे योगदान?हिंदुत्व के मैदान के भगोड़े शिव सेना से सवाल न पूछें।