ट्रिब्यून टाइम्स न्यूज
मोगाः गांव कालियेवाला से बधनी जा रहे एक परिवार के तीन सदस्यों को सादा वर्दीधारी पुलिस कर्मचारी सभी को लोपो पुलिस चौकी ले गई। जहां कार में सवार पति पत्नी व उनके 13 साल के बच्चे पर पिस्तौल तानकर गाड़ी से नीचे उतरने को कहा, जिससे पत्नी की हालत बिगड़ गई। कुछ देर बाद उसकी पुलिस चौकी में ही मौत हो गई। इस पूरी घटना का प्रत्यक्षदर्शी 13 साल के सहज ने बताया कि पुलिस कर्मचारियों ने पुलिस चौकी में ले जाकर उसके पिता कुलदीप सिंह की पिटाई शुरू कर दी।उसके पिता बार–बार पूछते रहे उसका कसूर किया है तो वे नशा बेचने का आरोप लगाने लगे, इस पर उसके पिता ने पुलिस से कहा कि उनकी पूरी गाड़ी चेक कर लो, उनकी तलाशी ले लो वे ऐसा कुछ नहीं करते हैं, वह तो अपने बहनोई कुलदीप सिंह से मिलने बधनीकलां जा रहे हैं। ये घटना शाम को करीब साढ़े छह बजे की है। प्रत्यक्षदर्शी सहज ने बताया कि उसने पुलिस वालों की मिन्नतें की कि उनके पास कुछ नहीं है, पुलिस उनकी कार रखे ले उन्हें छोड़ दे, उधर पिस्तौल देखकर उसकी मां नवप्रीत कौर (32 साल) की तबीयत लगातार खराब हो रही थी, पुलिस उसके पिता को पीटे जा रहे थे, जब उसने पुलिस वालों से कहा कि उसकी मां की हालत खराब हो रही है तो पुलिस वाले अभद्र भाषा में कहने लगे कि वह बहाने कर रही है।करीब एक घंटे तक उसकी मां बेहोशी की हालत में चौकी में गर्मी में पड़ी रही, शरीर में कोई हलचल नहीं हुई, तब एक घंटे बाद किसी डॉक्टर को बुलाकर चेक कराया, डाक्टर ने उसकी मां को मृत घोषित कर दिया, इसके बाद पुलिस वालों ने उसे थाने से ले जाने को कह दिया। उनकी कार, मोबाइल फोन व पिता का पर्स पुलिस वालों के पास ही है। सूचना रिश्तेदारों के पास पहुंचने पर वे नवप्रीत कौर व घायल कुलदीप सिंह को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां कुलदीप सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है।