



-श्रीराम कथा को लेकर 11 अप्रेल को सायं 4 बजे मंदिर से कलश एवं पोथी यात्रा निकाली जाएगी
-12 अप्रेल को मंगलाचरण, 13 अप्रेल को रामायण महिमा, 14 अप्रेल को सती चरित्र, शिव पार्वती विवाह, 15 अप्रेल को राम अवतार के कारण एवं श्रीराम जन्मोत्सव
-16 अप्रेल को प्रभु बाल लीला वर्णन, विश्वामित्र यज्ञ रक्षा, अहिल्या उद्दार, श्रीराम जानकी विवाह, 17 अप्रेल को कैकई वर याचना, श्रीराम वन गमन, 18 अप्रेल को चित्रकूट लीला प्रसंग, दशरथ शोक, भरत मिलाप
-19 अप्रेल को सीताहरण, शबरी पर कृपा, हनुमान सुग्रीव मिलन, बाली वध, 20 अप्रेल को सुंदरकांड कथा, श्रीराम जी लंका आगमन, राम राज्याभिषेक, कथा विश्राम व 21 अप्रेल को प्रात:7 बजे मंदिर में हवन यज्ञ व पूर्णाहुति
ट्रिब्यून टाइम्स न्यूज
कपूरथला, 5 अप्रैल
प्राचीन श्री राधा कृष्ण रानी साहिबा मंदिर वेल्फेयर सोसायटी (रजि.) कपूरथला की ओर से मंदिर प्रांगण में 11 अप्रेल से 21 अप्रेल तक श्रीराम कथा का आयोजन किया जा रहा है। जानकारी देते हुए मंदिर वेल्फेयर सोसायटी के प्रधान मोहित अग्रवाल व महासचिव शशि पाठक ने बताया कि श्रीराम कथा 11 अप्रेल से 21 अप्रेल तक रोजाना सायं 6 बजे से रात्रि 9 बजे आयोजित की जाएगी। जिसमें श्रीमन्माध्वगौड़ेश्वर वैष्णवाचार्य देवांशु गोस्वामी जी महाराज (श्रीधाम वृंदावन वाले), श्रीराम कथा को लेकर 11 अप्रेल को सायं 4 बजे मंदिर से कलश एवं पोथी यात्रा निकाली जाएगी। 12 अप्रेल को मंगलाचरण, 13 अप्रेल को रामायण महिमा, 14 अप्रेल को सती चरित्र, शिव पार्वती विवाह, 15 अप्रेल को राम अवतार के कारण एवं श्रीराम जन्मोत्सव, 16 अप्रेल को प्रभु बाल लीला वर्णन, विश्वामित्र यज्ञ रक्षा, अहिल्या उद्दार, श्रीराम जानकी विवाह, 17 अप्रेल को कैकई वर याचना, श्रीराम वन गमन, 18 अप्रेल को चित्रकूट लीला प्रसंग, दशरथ शोक, भरत मिलाप, 19 अप्रेल को सीताहरण, शबरी पर कृपा, हनुमान सुग्रीव मिलन, बाली वध, 20 अप्रेल को सुंदरकांड कथा, श्रीराम जी लंका आगमन, राम राज्याभिषेक, कथा विश्राम व 21 अप्रेल को प्रात:7 बजे मंदिर में हवन यज्ञ व पूर्णाहुति डाली जाएगी। मंदिर वेल्फेयर सोसायटी के प्रधान मोहित अग्रवाल व महासचिव शशि पाठक ने बताया कि भगवान राम जैसा चरित्र इस संसार में पैदा नहीं हुआ। वह परम उदार, दयालु और मार्ग दर्शक हैं। भगवान राम का नाम उनसे बड़ा है। उनके नाम में इतनी शक्ति है कि अगर सच्ची भक्ति और निष्ठा से पत्थर पर लिखने से पानी तैरने लगता है। भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहे जाते हैं। सदियों से अभिभावक उनके जैसा बेटा चाहता है। उन्होंने श्रीराम कथा के महत्व को बताते हुए कहा कि श्रीराम कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है। कथा सुनने मात्र से ही प्रभु की कृपा मिलती है। मंदिर वेल्फेयर सोसायटी के प्रधान मोहित अग्रवाल व महासचिव शशि पाठक ने बताया कि जहां भगवान श्रीराम की कृपा होती है, उसी जगह रामकथा संभव हो पाती है। राम की कृपा वहीं होती है, जहां उनके भक्त रहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु ने ही मानव शरीर बनाया है। लेकिन पुरुषार्थ मानव का धर्म है। बिना परिश्रम के कुछ भी मिलना असंभव है। रामकथा से हर जीव की व्यथा दूर हो जाती है। संसार के सभी जीवों का मंगल रामकथा के श्रवणपान से ही हो जाएगा। कथा सुनने के लिए पंडाल में पुरुषों के साथ ही सैकड़ों महिला भक्त भी मौजूद रहीं। मंदिर वेल्फेयर सोसायटी के प्रधान मोहित अग्रवाल व महासचिव शशि पाठक ने बताया कि राम कथा से पूरा वातावरण शुद्ध होता है। रामकथा को केवल सुनना नहीं बल्कि उससे मिलने वाली सीख को स्वीकार भी करना चाहिए।