राम मंदिर निर्माण भारतीय संस्कृति और सम्मान के लिए लड़ी गई सम्मिलित लड़ाई की जीत है-शिव सेना
ट्रिब्यून टाइम्स न्यूज
कपूरथला, 16 जनवरी :
आज एक संकल्प पूरा हुआ है।श्री राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो रहा है।राम मंदिर के निर्माण कार्य पूरा होने के साथ राष्ट्र निर्माण का यज्ञ भी प्रारम्भ होगा।प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की दृण इच्छाशक्ति का यह परिणाम है कि उन्होंने लाखों लाख श्रद्धालुओं और राम भक्तों के अनुरूप राम मंदिर निर्माण की परिकल्पना को साकार किया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रामराज की स्थापना भी देश में होगी।यह बातें मंगलवार को शिव सेना शिंदे ग्रुप के जिला अधक्ष्य मुकेश कश्यप ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निर्माण से हिंदुओं के आत्मसम्मान और स्वाभिमान से जीने के नए युग का सूत्रपात होगा।उन्होंने 22 जनवरी दिन को एक ऐतिहासिक दिन रहेगा।मुकेश ने कहा कि,हिंदू समाज हमेशा से ही अपमानित होता रहा है और खूब अत्याचार झेले हैं।जबकि हिंदुओं ने कभी भी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार नहीं किया।22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक होगा और पीढ़ियां इस दिन को बड़े गर्व के साथ याद करेंगी।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सनातन धर्म को गौरव प्रदान किया है,हमारा देश सौभाग्यशाली है कि हमारे पास एक ऐसा प्रधानमंत्री है जो राम और हनुमान भक्त है।अपने धर्म के प्रति दृढ़ता और दूसरों के धर्म के प्रति सम्मान यही तो धर्मनिरपेक्षता है जिसे पीएम मोदी जी रहे हैं।मुकेश कश्यप ने कहा जब छह दिसंबर 1992 को अयोध्या स्थित विवादित ढांचा गिरा दिया गया तो मंदिर निर्माण के संघर्ष ने एक नया मोड़ ले लिया।इसके बावजूद मंदिर निर्माण का लक्ष्य दूर ही बना रहा,क्योंकि भाजपा को छोड़कर अन्य प्रमुख दलों ने मंदिर के पक्ष में आवाज उठाने से इन्कार किया।कुछ दलों ने तो राम के अस्तित्व को ही मानने से इन्कार कर दिया।इसकी एक बड़ी वजह मुस्लिम समाज का तुष्टीकरण करने की उनकी राजनीति थी।इसी राजनीति के कारण इसकी अनदेखी की गई कि आखिर अयोध्या में बाबर के नाम की मस्जिद कैसे बन सकती है और जहां दशकों से नमाज न पढ़ी जा रही हो वह स्थल मस्जिद कैसे हो सकता है? 2014 में जब मोदी सरकार केंद्र में सत्तारूढ़ हुई तो मंदिर निर्माण की आशा फिर जगी।इस सरकार ने इस पर जोर दिया कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले की सुनवाई जल्द से जल्द करनी चाहिए।2019 के लोकसभा चुनावों के बाद सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया।कश्यप ने कहा अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हिन्दू समाज की ओर से भारतीय संस्कृति और सम्मान के लिए लड़ी गई सम्मिलित लड़ाई की जीत है।हिन्दू संगठन सक्रिय न होते तो इस लड़ाई को जीतना कठिन होता।इस जीत के बाद भी अभी कुछ और संघर्ष शेष हैं।सबसे प्रमुख है हिंदू समाज को कुरीतियों से मुक्त करना।इस संघर्ष में विजयी होकर ही भारत सांस्कृतिक और आध्यात्मिक स्तर पर विश्व गुरु की भूमिका का निर्वाह कर सकता हैराम मंदिर इस भूमिका के निर्वहन का केंद्र बने,यह बीड़ा सभी संगठनों को मिलकर उठाना चाहिए।इस अवसर पर सीनियर जिला उपप्रधान सुनील सहगल,सीनियर जिला उपप्रधान राजू डेंग,यूथ विंग जिला प्रधान सप्त अली,शिव सेना नेता नीरज शर्मा,रवि,गुलजार,रघुवीर,बिल्लू,कर्ण आहूजा आदि उपस्थित थे।