लुधियाना बड़ा हादसा: बॉयलर फटने से गिरी बिल्डिंग की छत, 20 मजदूर दबे; 14 निकले सुरक्षित, मलबे में छह की तलाश

 

लुधियाना स्थित फोकल प्वाइंट के फेज आठ में स्थित कोहली डाईंग में शनिवार की शाम को बॉयलर फट गया। बॉयलर का धमाका इतना था कि उसके आवाज से दो मंजिला छत का पिछले हिस्सा भरभरा कर गिर गई। इसमें 15 से 20 मजदूर नीचे दब गए। हादसे के आधा घंटा बाद बारह से अधिक मजदूर मलबे से बाहर निकल आए। उनमें से एक का पैर कट गया। छह लोगों को अस्पताल में ले जाया गया, जहां पर उनका इलाज चल रहा है। हालांकि खबर लिखे जाने तक छह से सात मजदूर नीचे दबे हुए थे। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड की टीमों ने रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया। सूचना मिलनेके बाद जहां जिले के पुलिस अधिकारी के साथ साथ कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां, डीसी जतिंदर जोरवाल सहित प्रशासनिक अधिकारी भी वहां पहुंच गए और उन्होंने रेस्क्यू आपरेशन की कमान संभाली। जानकारी के अनुसार फोकल प्वाइंट फेज आठ में कोहली डाइंग है। जहां पर शनिवार की देर शाम को करीब 20 मुलाजिम काम कर रहे थे। एक दम बिल्डिंग के अंदर धमाके की आवाज आई। आशंका है कि बॉयलर फट गया था। बॉयलर का हिस्सा छत पर जा लगा और छत का एक हिस्सा नीचे गिर गया। जब बिल्डिंग गिरी तो एकदम से वहां पर धुएं का गुंबार बन गया। बिल्डिंग के पिछले हिस्से के गिरने की आवाज काफी दूर तक सुनाई दी। धमाके की आवाज सुन कर आसपास के लोग वहां पहुंच गए, लेकिन धुएं और मिट्टी की वजह से जल्दी कोई आगे नहीं जा सका। इसी दौरान लोगों ने पानी डाल कर धुआं और मिट्टी कम की। जिसके बाद इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही लोगों ने राहत कार्य शुरू कर दिया था। पुलिस ने आते ही मुलाजिमों के साथ मिल मलबा साइड पर हटाना शुरू कर दिया और उसके नीचे दबे करीब 12 से 14 व्यक्ति बाहर निकाले। मलबे से आधा घंटे बाद बाहर निकले कर्मी सुरिंदर ने बताया कि बिल्डिंग के नीचे का एक पिलर गला हुआ था। उसे बदलने के लिए बाहर से क्रेन को बुलाया गया था। क्रेन पिलर को स्पोर्ट दे रही थी कि तभी एकदम से बिल्डिंग गिर गई। सुरिंदर समेत कई मजदूर मलबे में फंस गए। सुरिंदर ने कहा कि एकदम से धूल का गुबार उड़ा और एक बारगी को सांस लेने में भी दिक्कत हुई। हादसे के वक्त वह छत के नीचे ही एक मशीन को भरने का काम कर रहे थे। सुरिंदर ने कहा कि हादसे के बाद जब धूल का गुबार खत्म हुआ तो वे और उनके करीब बारह साथी जो मशीन की साइड में थे, किसी तरह से रास्ता खोज कर बाहर निकले। सुरिंदर ने कहा कि यह घटना शाम को साढ़े पांच बजे से आसपास की है। देर शाम तक भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। माना जा रहा है कि अभी भी पांच से छह लोग मलबे के बीच फंसे हैं। उनको निकालने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। मौके पर डॉग स्क्वायड की भी सहायता ली जा रही है।डीसी जतिंदर जोरवाल का कहना है कि हादसे के कारणों का पता किया जा रहा है। पहली कोशिश है कि जो लोग नीचे दबे हैं उनको सुरक्षित बाहर निकाल जाए। मेडिकल टीम, एंबूलेंस इत्यादि सभी मौके पर तैनात हैं।कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां का कहना है कि फैक्टरी मे मजदूर काम कर रहे थे। और साथ ही मरम्मत का काम भी चल रहा था। देर शाम को अचानक से बॉयलर फट गया और दो मंजिला बिल्डिंग नीचे गिर गई। अभी मलबे में फंसे लोगों को निकालना ही प्राभमिकता है। जख्मियों को अस्पताल पहुंचाया गया है।

 

 

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