कहा-पंजाब सरकार झूठ बोलना बंद करे और धान की खरीद तेजी से करे
ट्रिब्यून टाइम्स न्यूज
कपूरथला , 22 अक्टूबर :
केंद्र सरकार द्वारा पिछले वर्ष का चावल नहीं उठाए जाने के कारण पंजाब के राइस शेलरों के गोडाउन में जगह नहीं है और इसलिए मंडियों में आए धान की खरीद नहीं हो पा रही,यह सरा-सर झूठ है,हकीकत से परे है और पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार झूठ बोल कर किसानो और पंजाबियों को गुमराह कर रही है। यह कहना है पंजाब भाजपा के पूर्व सचिव व प्रदेश कार्यकारणी के सदस्य उमेश शारदा का।गुमराह कैसे कर रहे हैं इसका पहला तथ्य यह है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान केंद्र मंत्री प्रहलाद जोशी के साथ मीटिंग में यह कह कर आए हैं कि उनके पास पंजाब में लगभग 3 लाख 80 हज़ार मीट्रिक टन धान रखने की जगह है और पंजाब में मान बोलते हैं की जगह नहीं।दूसरी तथ्य यह है कि जिस गोदाम को केंद्र सरकार से खाली करवाने की पंजाब सरकार बात कर रही उसमे तो धान की मिलिंग के बाद बनने वाले चावल को रखा जाता है नाकी धान को।वैसे भी राइस मिलों में धान रखने की बात तो तब आती है जब राइस मिलों के साथ पंजाब सरकार का धान की मिलिंग कोई अग्रीमेंट होगा,जोकी अब तक हुआ नहीं।उमेश शारदा ने कहा कि केंद्र सरकार ने समय रहते पंजाब के किसानों को धान की फसल को बेचने में कोई समस्या न आए इसके लिए पूरे प्रबंध किए थे।पंजाब तथा हरियाणा को इसके लिए पर्याप्त राशि आवंटित कर दी गई थी,ताकि देश का अन्नदाता धान मंडी में लेकर आए और उसे उसकी कीमत समय पर मिल जाए।उन्होंने बताया कि धान खरीद के लिए केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार को नो 40,339 करोड़ रुपये जारी किए लेकिन पंजाब सरकार ने राशि जारी होने के बावजूद धान का एक दाना भी नहीं खरीदा,उल्टा वह सारा दोष केंद्र सरकार के सिर पर मढ़ने की कोशिश कर रही है।जहां पंजाब सरकार ने किसानों का एक भी दाना नहीं खरीदा वहीं पड़ोसी हरियाणा सरकार ने मंडियों में किसानों का एक एक दाना खरीद लिया है।पूरी तरह से केंद्र सरकार किसान हितैषी काम कर रही है।वहीं पंजाब की आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार की कथनी और करनी में अंतर स्पष्ट नजर आ रहा है।शारदा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने 40,339 करोड़ धान की खरीद के लिए सितमबर में भेज दिए हैं,पंजाब सरकार के पास पैसे पहुँच चुके हैं पर खरीद हेतु जो तयारी पंजाब की आप सरकार को करनी थी वो तो पूरी नहीं की और इल्जाम केंद्र की भाजपा सरकार पर लगा रही है। पंजाब सरकार जवाब दे कि धान की खरीद के बाद उसे भर के ले जाने के लिए क्या प्रयाप्त बारदाना/बोरियाँ खरीदी गई?अगर हाँ तो उसकी खरीद के टेन्डर व उसके बाद रसीद की कॉपियाँ जारी करे।बोरियों में भरे धान की स्टोरेज के लिए क्रेट चाहिए होते हैं, क्या खरीदे हैं?तो उसका सबूत दो। जहां धान से भरी बोरियों का पहाड़ लगाया जाएगा उसे ढकने के लिए तरपालें खरीदी हैं तो सबूत दो।पंजाब सरकार के अधिकारी खरीद की पुष्टि नहीं कर रहे और जब तक वे खरीद की पुष्टि नहीं करते तब तक किसान के खाते में केंद्र सरकार द्वारा भेजे पैसे नहीं जाएंगे,इससे स्पष्ट है कि खरीद ना होने के लिए दोषी पंजाब सरकार है और खामखा दोष केंद्र सरकार पर डाल रही है।अगर पंजाब सरकार गेहूं खरीद कर सिंगगल कस्टडी में रख सकती है तो धान की खरीद कर सिंगल कस्टडी में क्यूँ नहीं रख रही।आखिर में भाजपा नेता ने कहा कि पंजाब सरकार झूठ बोलना बंद करे और धान की खरीद तेजी से करे।