-कहा,आप और कांग्रेस का डीएमके साथ गठबंधन होने पर उनकी हिन्दू विरोधी मानसिकता जाहिर हुई
-हिंदुत्व के नाम पर दहाड़ने वाले उद्धव ठाकरे,सनातन धर्म के अपमान पर मौन क्यों
-शारदा बोले–ठगबंधन हिंदू विरोधी और भारत विरोधी मानसिकता रखता
ट्रिब्यून टाइम्स न्यूज
कपूरथला, 04 सितंबर
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी को भाजपा ने आपत्तिजनक बताया है।तीखी प्रतिक्रिया में भाजपा का कहना है कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के पुत्र द्वारा यह घोर हिंदुत्व विरोधी बयान निंदनीय है।सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यकारणी के सदस्य उमेश शारदा एक पत्रकार सम्मेलन में स्टालिन के बयान को लेकर उन पर भड़कते नजर आए।उन्होंने कहा कि उदयनिधि को स्पष्ट करने चाहिए,क्या ये राज्य सरकार के विचार हैं‘ये सोच खतरनाक है,इसे त्यागना पड़ेगा,माफी मांगनी चाहिए।समाज ने अगर प्रतिक्रिया देनी शुरू की तो ये अच्छा नहीं होगा।ऐसे बयानों के लिए संवैधानिक संस्थाओं को कार्रवाई करनी चाहिए।सनातन धर्म का अपमान करना ही ठगबंधन का असली चरित्र है।शारदा ने कहा कि लोकसभा के अगले चुनाव में सतानत धर्म के विरोधियों का सूपड़ा साफ हो जाएगा।उन्होंने कहा कि ठगबंधन में शामिल दलों के नेताओं के द्वारा सनातन धर्म को अपमानित करने का यह कोई पहला मामला नहीं है।ठगबंधन के सिरमौर कांग्रेस के द्वारा यूपीए की सरकार के समय सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र दायर कर कहा गया था कि रामसेतु नाम का किसी पुल का अस्तित्व नहीं है।अयोध्या में कारसेवकों पर गोलियां चलवाकर समाजवादी पार्टी की सरकार ने हिंदुओं की हत्या कराई थी।हिंदू देवी देवताओं पर बराबर ओछी टिप्पणी और फिल्मों का निर्माण करवाकर उन्हें नीचा दिखाया जाता है।उन्होंने कहा कि यह लड़ाई मोदी और ठगबंधन की नहीं है।यह लड़ाई अब विचारधाराओं और सुर–असुर की हो गई है।उन्होंने कहा कि मैं सुर–असुर की लड़ाई इसलिए बोल रहा हूं कि एक ठगबंधन के लोग हैं,जो सावन में ही मांस खाना शुरू कर देते हैं। वहीं,एक है हिंदू सनातनी को बचाना चाहता है।हम कभी भी स्टालिन विचारधारा को निशाना नहीं बनाते हैं या ईसाई धर्म या इस्लाम पर टिप्पणी नहीं करते हैं,फिर वे ‘हिंदू सनातन‘ को क्यों निशाना बना रहे हैं…?इस दौरान उमेश शारदा ने स्वर्गीय बाला ठाकरे को याद करते हुए कहा कि जो बाला साहिब ठाकरे अपनी पूरी जिंदगी हिंदुत्व की रक्षा के लिए दहाड़ते रहे और कांग्रेस की हिन्दू विरोधी सोच के कारन कांग्रेस को मुन्नी से अधिक बदनाम बताते रहे उन्ही के सपुत्र उद्धव ठाकरे ने उनके असुलो को अनदेखा कर कुर्सी मोह में मुन्नी से भी अधिक बदनाम कांग्रेस से गठबंधन कर बाला साहिब ठाकरे के असुलो को तोडा है।शारदा ने उद्धव ठाकरे पर जोरदार हमला बोलते हुए पूछा कि हिंदुत्व के नाम पर दहाड़ने वाली पार्टी के प्रमुख सनातन धर्म की तुलना डेंगू,मलेरिया,कोरोना से करने पर सुसरी की तरह मौन क्यों है।इस दौरान शारदा आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आप और कांग्रेस का डीएमके के साथ गठबंधन होने पर उनकी हिन्दू विरोधी मानसिकता जाहिर हुई।उन्होंने कहा कि आप और कांग्रेस दोनों पार्टिया मिलाकर पंजाब की भोलीभाली जनता को बेफकूफ बना रही है।शारदा ने कहा कि यह किसी नरसंहार से कम नहीं है और इसे कांग्रेस पार्टी के कार्ति चिदंबरम ने समर्थन दिया है।यह ठगबंधन की मानसिकता दिखाता है।शारदा ने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को जनता सबक सिखाएगी।उन्होंने कहा,उनका (उदयनिधि स्टालिन का)मंत्री बनना उचित नहीं है।सनातन को कोई खत्म नहीं कर सकता। 24-28 पार्टियों द्वारा गठित ठगबंधन हिंदू विरोधी और भारत विरोधी मानसिकता रखता हैं।इन 28 पार्टियों के राजनेता देश को दीमक की तरह खा रहे हैं।ये देश को लूट रहे हैं,जनता इन्हें सबक सिखाएगी।